मोबाइल फोन आज के जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। हमारे दिन की शुरुआत भी मोबाइल फोन से होती है और अंत भी। बड़े तो बड़े, बच्चों को भी इसकी लत लग गयी है। आजकल के अभिभावक भी अपनी परेशानी से बचने के लिए छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में फोन पकड़ा देते है, वही बच्चों की आदत हो जाती है। जोकि बिलकुल ठीक नहीं है।
1.बच्चों को मोबाइल चलाने से कैसे रोकें |
पिछले लगभग दो सालों में बच्चे कोरोना के चलते घरों में कैद रहे हैं. जाहिर है कि उनमें मैदानी खेल खेलने की आदत कम हो गई है. ऐसे में जरूरी है कि उन्हें फिर से घर से बाहर मैदान में जाकर खेलने के लिए प्रेरित करें. संभव हो तो खुद भी उनके साथ कुछ ऑउटडोर गेम्स में शामिल हों.
2.किताबों में रुचि जगाना बहुत जरूरी
इंटरनेट के दौर में लोगों की पुस्तकों में रुचि कम होती जा रही है. ऐसे में जरूरी है कि हम स्वयं अच्छी किताबें पढ़ने की आदत डालें और बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करें. आप बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार अच्छी और रोचक पुस्तके उपलब्ध कराएं. फिर बाद में उनसे पुस्तकों के संबंध में चर्चा भी करें. इससे बच्चों में किताबों के प्रति रुचि जगेगी.
3.घर के साधारण कामों में बच्चों की मदद लें
घर के साधारण कामकाज जैसे कपड़े सुखाना, फिर उन्हें प्रेस करना, अपना कमरा साफ करना, पानी भरना, पौधों को पानी देना आदि कामों में आप अपने बच्चों की मदद ले सकते हैं. उनकी रुचि के अनुसार उन्हें किचन के काम में सहायता करने को कहें. इससे बच्चे न केवल मोबाइल से दूर रहेंगे बल्कि खेल-खेल में वह कई काम भी सीख जाएंगे.
4. प्रकृति व पर्यावरण से प्रेम
बच्चों को प्रकृति व पर्यावरण से जोड़ने का प्रयास करें. उन्हें जंगल, प्राणियों और पानी के महत्व के बारे में जागरूक करें. उन्हें ऐसी जगहों की सैर कराएं जहां वे कुदरती खूबसूरती को देख और महसूस कर सकें. इसके लिए किसी महंगे हिल स्टेशन या टूरिस्ट स्पॉट पर जाना जरूरी नहीं है. बच्चों को घर के पास के किसी पार्क या तालाब पर भी ले जाया जा सकता है.