आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद इन दिनों बिहार में माहौल बहुत ही गर्म है| छात्रों का गुस्सा फूट फूटकर निकल रहा है और वे इस रिजल्ट के लिए खूब प्रदर्शन भी कर रहे हैं| इस आंदोलन में कई पुलिसकर्मी और छात्र घायल हो चुके हैं लेकिन प्रदर्शनकारियों का गुस्सा थम नहीं रहा है| उनकी मांग है की आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट को बदलकर वन स्टूडेंट वन रिजल्ट बनाया जाए| प्रदर्शनकारियों का गुस्सा इतना बढ़ता जा रहा है की यह आग उत्तर प्रदेश तक पहुँच चुकी है|
आखिर क्यों कर रहे हैं छात्र आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट का विद्रोह ?
बिहार में छात्र आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट का इस कदर विद्रोह कर रहे हैं की इनकी वजह से कई जगहों पर ट्रेनों के ट्रैक बदलने पड़े हैं| एक जगह पर तो इन्होने सह चालक को घंटों तक रोक कर रखा और ट्रैन को आगे न बढ़ने दिया| पिछली शाम से यह बात इतनी हद्द तक बढ़ गयी है की जहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने इनपर लाठी चार्ज की, वहीँ इन्होने पलटवार में पुलिस में पत्थर फेंके| ये छात्र अपने रिजल्ट से इतने ना खुश हैं की कहीं कहीं पर इन्होने रेलवे की संपत्ति को भी बहुत नुक्सान पहुँचाया है|
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट पर बुरी तरह बड़के हुए हैं परीक्षार्थी
आपको बता दें की साल 2019 में नोटिफिकेशन जारी हुआ था जिसमें वचनस्य घोषित की गयी थी| साल 2021 में यह परीक्षाएं आयोजित करवाई गयी, और एक लम्बे समय के बाद 2022 में रिजल्ट जारी किया गया| परीक्षार्थियों का कहना है की नोटिफ़िकेशन में यह बात स्पष्ट लिखी थी की बोर्ड 20 गुना रिज़ल्ट देगा, लेकिन इन्होंने रिजल्ट बनाते समय एक छात्र को पाँच जगह गिना| इससे यह तो नहीं हुआ कि छात्र को 20 गुना रिज़ल्ट दिया, बल्कि रेलवे बोर्ड ने मात्र 10-11 गुना रिज़ल्ट दिया है|
इसके अनुसार जो परीक्षार्थी पास होने चाहिए थे वे वहीँ रुक गए और यह परीक्षा पास न कर सके| इस रिजल्ट के मुताबिक वे गुड्स गार्ड और स्टेशन मास्टर जैसे पदों के लिए भी क्वालीफाई न कर सके| छात्रों की मांग है की वन-स्टूडेंट-वन-रिजल्ट जारी किया जाए, ताकि जो परीक्षार्थी इस रिजल्ट की वजह से रहे गए हैं, वे अगला पेपर दे सकें|
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