बिहार के वैशाली जिले से एक अटपटा किस्सा देखने और सुनने में आया है। किस्सा किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं, दो युवा जो की रिश्ते से चचेरे भाई लगते थे एक दूसरे से प्यार कर बैठे यहीं नही दोनो ने अपने रिश्ते को शादी के गठबंधन में बांधने को सोची और फिर अपने इरादे पर अमल किया। युवाओं ने गांव के ही एक मंदिर में जाके शादी करली और एक साथ जीने की कसमें भी खा ली ।
बिहार का अजीबोगरीब विवाह
मामला वैशाली जिले के भगवानपुर प्रखंड का है, आफत की बात तब हुई जब दोनो की प्रेम कथा व शादी के बारे में गांव को पता चला । गांव में बात आग की तरह फैली और सब ही जन पोहच गए युवाओं के घरों के बाहर । यह जानने के लिए की बात में कितनी सचाई है और कितना झूठ। सूत्रों की माने तो यह भी कहा जा रहा है की दोनो युवाओं के घर का माहौल काफी गरम था क्योंकि चाहे भारत ने जितनी भी तर्रकी कर ली हो आज भी भारत के कई ग्रामीण क्षेत्रों में दो युवक का रिश्ता प्रेमियों के रूप में स्वीकार नही किया जाता। समाज की ना भी सोचे तो खुद के परिवार जन भी एक जैसे लिंग वाले युवा के साथ शादी कराने के निर्णय का समर्थक नहीं करते।
प्रेम कहानी को शादी का मोड़ दिया
आजकल की लगभग युवा पीढ़ी अपनी इच्छाओं के मुताबिक ही जीना पसंद करती है जो की उनका हक भी है , इसलिए शादी जैसे बड़े इरादे भी सिर्फ उनकी मर्जी से होनी चाहिए जैसी सोच रखते हुए ही इन दोनो युवाओं ने सात जन्मों तक साथ निभाने वाले रिश्ते से खुद को बांधने की सोची। युवाओं के परिवारों में आपस में भी तनाव का माहौल है और एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे है क्योंकि उनकी नजरों में आज भी अपनी ही तरह सामान्य लिंग के व्यक्ति से प्रेम व शादी करना गलती नही बल्कि पाप है। एक दूसरे के संस्कारों और परवरिश पर सवाल उठाते और अपने बच्चे के उठाए हुए शादी के कदम को गलत मानते हुए परिजनों में सुलाह होना थोड़ा कठिन माना जा रहा है ।
वायरल वीडियो क्लिप
युवाओं की शादी की बात दरसल एक वीडियो क्लिप की जरिए पता चली थी जो युवा ने खुद सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट करी थी। वीडियो में युवा सिंदूर से दूसरी युवा की मांग भरता है और साथ ही में अपनी जेब से मंगलसूत्र निकाल कर अपनी दुल्हन को पहना देता है और इस तरह दोनो शादी के बंधन में बंध जाते है। यह भी पता चला है की युवा अपने चचेरे भाई यानी की जिसकी मांग भर कर और मंगलसूत्र पहना कर युवा ने शादी करी थी उसे वह अपने साथ अपने घर ले गया और उस युवा के घर वालो ने उसके चचेरे भाई को अपने घर की बहु के रूप में स्वीकार कर लिया।