मशहूर गायिका लता मंगेशकर जी किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. भारत की यह पहली ऐसी गायिका हैं जिन्होंने हज़ारों गाने गाये हैं वो भी सब अलग अलग भाषाओँ में. लता जी को सुरों का ऐसा वरदान है की जिसका आज तक कोई तोड़ नहीं निकल पाया है. इस स्वर कोकिला ने जीवन में जितने भी गाने गाये हैं सभी आज तक भी लोगों के दिलों को छू जाते हैं , और इनमें तो कुछ गाने ऐसे हैं जो लोगों की आँखों में आंसू ले आते हैं. सारी दुनिया लता जी के गानों की दीवानी है.
आखिर क्यों गयीं मशहूर गायिका लता मंगेशकर जी सिर्फ दो ही दिन स्कूल
लता जी का जन्म साल 1929 में इंदौर में हुआ था. क्योंकि इनके पिता श्री दीनानाथ मंगेशकर जी एक कुशल रंगमंचीय गायक थे. घर में शुरू से ही संगीत का माहौल होने के कारण लता जी को भी बचपन से ही संगीत में रूचि थी. महज़ 5 वर्ष की आयु से ही लता जी ने अपने पिताजी से संगीत सीखना शुरू कर दिया था. आपको बता दें की उनकी तीन बहनें और हैं और ये भी शुरुआत से ही लता जी के साथ संगीत सीखने लगीं थी.
किस कारण वश नहीं जा पायीं मशहूर गायिका लता मंगेशकर जी स्कूल
क्या आप जानते हैं की लता जी अपने जीवन में सिर्फ दो ही दिन स्कूल गयी हैं. जी हाँ , जब लता जी सिर्फ १३ वर्ष की थीं तो उनके पिता का स्वर्गवास हो गया. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी जिस वजह से घर की साड़ी ज़िम्मेदारियाँ लता जी के कन्धों पर आ गयीं. कई लोगों ने उन्हें अभिनय और संगीत की दुनिया में आगे बढ़ने को कहा पर लता जी को अभिनय बिलकुल भी पसंद नहीं था , पर परिवार की ज़िम्मेदारी उठाने के लिए लता जी ने कुछ फिल्मों जैसे माझे बाल , गजभाऊ , मंगला गौरी , जीवन यात्रा आदि फिल्मों में छोटे मोटे रोल निभाए हैं.
आपको बता दें की फिल्म इंडस्ट्री से लता जी पहली ऐसी गायिका हैं जिन्हें भारत रत्न और दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया है. अब लता जी 92 वर्ष की हो चुकी हैं और अक्सर उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है. पिछले दिनों कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद लता जी को आईसीयू में एडमिट करना पड़ा.
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