मॉडल शर्लिन चोपड़ा, जिन्होंने #MeToo के आरोपी साजिद खान के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की थी, क्योंकि जिस पुलिस अधिकारी को उनका मामला सौंपा गया था, वह उनका बयान दर्ज करने के लिए मौजूद नहीं थे. उन्होंने महिला पुलिस अधिकारी से भी अपना बयान दर्ज कराने की मांग की उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि जिस पुलिस अधिकारी को मेरा मामला सौंपा गया है, वह मौजूद नहीं है. मैंने उनसे अपना बयान देने के लिए मुझे एक महिला अधिकारी देने का अनुरोध किया.
बयानों को ध्यान में रखते हुए तय करेंगे
20 अक्टूबर को चोपड़ा ने कहा था, ‘मैं चाहूंगाी कि जैसे हॉलीवुड में हार्वे विंस्टीन को 23 साल की जेल की सजा मिले, उसी तरह बॉलीवुड के #MeToo के आरोपी साजिद खान को भी जेल हो. उनकी सजा की अवधि जज उन सभी महिलाओं के बयानों को ध्यान में रखते हुए तय करेंगे जो सामने आई हैं.
लगाया मीटू का आरोप
बता दें, साजिद 2018 में #MeToo विवाद में फंस गए थे, जब फिल्म इंडस्ट्री की नौ महिलाओं (जिन्होंने उनके विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर उनके साथ काम किया था) ने फिल्म निर्माता पर उनका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. शर्लिन के साथ सलोनी चोपड़ा, अहाना कुमरा और मंदाना करीमी सहित अभिनेत्रियों ने उन पर आरोप लगाए.