संजय मिश्रा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का एक बेहद ही अनमोल हिस्सा है । वे एक ऐसे कलाकार हैं जिनके बिना फिल्मों में हसी और ठहाको कमी नजर आती है । यूं तो संजय मिश्रा जी हर तरीके के किरदार को निभा चुके हैं मगर उन्हें खास तौर पर उनकी कॉमेडी करने की टाइमिंग और उनके डायलॉग को बोलने के तरीके के लिए जाना और माना गया है । संजय जी अपने इस फिल्मी करियर में गोलमाल , वेलकम , धमाल , ढोल , दिलवाले और ऑल दी बेस्ट जैसी फिल्मों में बेहद ही उम्दा किरदार निभाया है और ये सब ही बेहद ही सुपरहिट कॉमेडी फिल्में रही हैं ।
कठिन समय से गुजरे थे संजय
आज भले ही संजय मिश्रा हम सभी के बीच एक सफल एक्टर के रूप लीज शामिल हो। पर एक समय ऐसा भी आया था की जब संजय मिश्रा जी ने इस फिल्मी दुनिया से परे होने का फैसला बना लिया था और वे फिल्मी इंडस्ट्री के छोड़ने का अपना प्लान सफल।करने ही वाले थे । एक न्यूज पोर्टल में बात करते दौरान संजय मिश्रा जी ने अपने जीवन से हमजूदे एक किसी के बारे में बताए कि एक समय उनके जीवन में ऐसा भी आया था की जब वे अपनी निजी जिंदगी में काफी परेशान थे । इसी कारण उन्होंने अपना काम काज बदलने का खयाल भी अपने मन मे रखा था व इसे सफल करने का पूरा विचार कर लिया था । संजय जी ने बताया की उस समय वे काफी बीमार थे और तब ही उनके पिता जी का निधन भी हो गया था ।
निजी परेशानियों की वजह से मुंबई छोड़ी
इन सभी कारणों की वजह से ही मुंबई छोड़कर ऋषिकेश चले गए। और वहां देवभूमि रिश्केश में जाकर संजय मिश्रा एक ढाबे में ऑमलेट बनाते थे व झूठे बर्तन भी साफ किया करते थे । इस कठिन काम के लिए उन्हें सिर्फ 150 रुपए मिला करते थे । वह काम करते करते भी लोग संजय भली भारी पहचान जाते थे क्युकी संजय मिश्रा पब्लिक के बीच एक जानी मानी हस्ती हैं और उन्होंने वह ढाबे पर काम करने से पहले गोलमाल जैसी विख्यात फिल्म में भी काम किया था । पर यह सब ज्यादा लंबा न चल पाया क्युकी इसके तुरंत बाद संजय मिश्रा को रोहित शेट्टी की फिल्म ‘ ऑल दी बेस्ट ‘ का ऑफर मिल गया और एक बार फिर संजय ने फिल्मों की ओर अपना रुख मोड़ लिया ।
पहली बार यह नजर आए थे संजय मिश्रा
आपको ये बात शायद ही पता होगी की संजय मिश्रा जिनका जन्म 1963 में हुआ था उन्होंने , बीएचयू से अपनी पढ़ाई पूरी कर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक्टिंग में ग्रेजुएशन किया है । संजय मिश्रा सन् 1991 से एक्टिंग कर रहे हैं , उन्होंने टीवी के धारावाहिक ऑफिस ऑफिस में काम कर के शुक्ला के कारदार से घर घर में अपनी पहचान बना ली थी ।