छोटे पर्दे से लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्म की रानी बन तक का सफर तय करने के बाद एकता ने साथ ही में मां बन्ने की भूमिका भी बखूबी निभाई पर ऐसी क्या वजह थी जिसके कारण उन्होंने कभी शादी नही की? जानने के लिए आगे पढ़ते रहिए।
कैसे उन्होंने बनाई फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान?
एकता ने यूंही टेलीविजन क्वीन होने का खिताब नही जीता बल्की वह इस चीज़ की हकदार है। 15 साल की ही उम्र से उन्होंने इस फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले उन्होंने कैलाश सुरेंद्रनाथ जो की उस समय के जाने माने एडवरटाइजमेंट और फिल्मेकर थे उनके यह बतौर इंटर्न बन के काम सीखा और साथ ही में मीठी बाई कॉलेज जो की मुम्बई के जाने माने कॉलेजेस में से एक है वहा पढ़ाई पूरी की। उन्होंने अपने पिता यानी जितेंद्र से कुछ पैसे लिए जिससे उन्होंने नाटक बनाने शुरू किए । शुरुआत में उनका एक भी नाटक नही चल पाया और उन्हे काफ़ी नुकसान भी हुआ जिसके बाद उनके जगह कोई और होता तो शायद हार मानना जाता पर एकता ने तो जैसे हार मानना सीखा ही नही था और फिर उन्होंने “हम पांच” नाम का एक नाटक बनाया जो की लोगो को बेहद पसंद आया जिसके बाद उन्होंने कभी सास भी कभी बहू थी,कभी सौतज कभी सहेली , कोई अपना सा, कही तो होगा, कसम से, कसौटी जिंदगी की , कही किसी रोज़ जैसे नाटक बनाते गई जो हिट होते रहे है और साथ ही एकता का मंनोरंजन इंडस्ट्री में स्टार बढ़ते गए साथ ही उनका बैंक बैलेंस भी। चोट पर्दे के बाद एकता ने बड़े परदे पर भी अपनी किस्मत आजमाई और 2001 में “क्योंकि मैं झूठ भी बोलता” फिल्म निर्माणित करी जो की हिट गई आखिरकार उसमें गोविंदा और सुष्मिता सेन की जोड़ी जो थी।
क्या थी शादी ना करते की वजह?
एकता की निजी जिंदगी की बात करे तो एकता किसी को डेट कर रही है ऐसी खबर सुनने में कभी नहीं आई और अचानक से एक दिन एकता ने यह ऐलान किया की वह मां बन गई। यह बात सबके लिए चौका देने वाली थी क्युकी फिल्म इंडस्ट्री में सब ही यह बात जानते थे की एकता को अभी शादी नहीं हुई तो फिर “एकता बिन ब्याही मां कैसे बनी?” और “यह बच्चे का पिता कौन है?” ऐसे कई सवाल उठने लगे पर फिर एकता ने बताया की यह बच्चा सुरोगेसी द्वारा हुआ है। एकता ने यह भी बताया की उन्हे शादी नही करनी थी पर वह मां जरूर बनना चाहती थी इसलिए उन्होंने मां बन्ने का यह तरीका चुनना। जब उनसे पूछा गया की वह शादी करने की इच्छा क्यू नही रखती तो उन्होंने कहा की एक शादी को काम्यक बनाने के लिए दोनो व्यक्तियों में धैर्य होना बहुत जरूरी है साथ ही उन्हे एडजस्ट करना आना चाहिए और उनका यह मानना है की उनके स्वभाव में यह दोनो ही चीज़े नही इसलिए वह शादी करके अपना या किसी दूसरे का व्यक्त और ज़िंदगी जाया नही करना चाहती।