जॉनी लीवर भारतीय हास्य अभिनेता हैं। उन्हें फ़िल्म अभिनेताओं की मिमिक्री करने में महारत हासिल है। उन्होने अपनी बेजोड़ संवाद अदायगी और बेमिसाल भाव – भंगिमाओं से दर्शकों को गुदगुदाने के लिए मजबूर कर देते है। उन्होने 1982 में अपना फिल्मी करियर शुरूआत की। 1993 में बाजीगर फिल्म में बाबूलाल के किरदार ने उन्हे काफी लोकप्रिय बनाया। उन्होने अबतक 350 से अधिक फिल्में की है। उन्हे दो बार फिल्मफेयर पुसकर जीता है।
डेब्यू से पहले ही शादी रचा ली
जॉनी लीवर जिनका रियल नाम जॉन राव प्रकाश राव जनुमाला है. जॉनी के घर की आर्थिक स्थिति इतनी खराब थी कि उन्होंने कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया था. जॉनी ने फिल्मों में डेब्यू से पहले ही शादी रचा ली थी|
बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे हुए हैं जिनकी किस्मत रात के बाद चमकी है. आपने टीवी का इतना छोटा सीरियल “कुंकी सास भी कभी बहू थी” देखा होगा तो इस सीरियल ने छोटे पर्दे पर काफी तहलका मचा दिया था. इसमें तुलसी का किरदार निभाने वाली स्मृति ईरानी ने अपनी शोहरत हासिल करने वाले एक और अभिनेता के साथ खूब सुर्खियां बटोरी थीं. हम बात कर रहे हैं “केतकी दवे” की जिन्होंने इस सीरियल में दीक्षा का किरदार निभाया था और सबका ध्यान इस ओर गया था. उसकी ओर खींचा। खूबसूरती के मामले में भी यह पीछे नहीं है।
बॉलीवुड में कैसे हुई केतकी दवे की एंट्री
केतकी दवे ने सीरियल ‘कुंकी सास भी कभी बहू थी’ में बेहद दमदार किरदार निभाया था और अपनी एक्टिंग से सभी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा था. वहां से उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा और “आय आठ व्यय रुपया” में जॉनी लीवर की पत्नी की भूमिका निभाई। उन्होंने इस रोल से दर्शकों का खूब मनोरंजन भी किया। उसके बाद उन्होंने “कल हो ना हो” और “हैलो” जैसी हिट फिल्मों में भी अपना अभिनय कौशल दिखाया।
सोशल मीडिया पर उनकी तुलना माधुरी दीक्षित से की गई
केतकी दवे ने जब बॉलीवुड में एंट्री की तो सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी शुरुआती फिल्मों में दमदार एक्टिंग देखकर उनकी तुलना माधुरी दीक्षित से कर दी। तब सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हुई थी। हालांकि इसके बाद वह कुछ समय के लिए बॉलीवुड से गायब हो गईं।बॉलीवुड के अलावा वह टीवी सीरियल्स में भी नजर आ चुकी हैं।