बचपन में जहां हमारा ध्यान हमेशा खेल कूद की तरफ होता है वहीँ एक 13 साल के बच्चे ने स्टार्टअप कंपनी खोल हम सभी के लिए एक उदाहरण खड़ा किया है. यह कम्पनी आज एक काफी सक्सेसफुल कंपनी है और कई लोगों को रोज़गार दे रही है. इसने कई लोगों का काम आसान कर दिया है और इसका श्रेय सिर्फ इस बच्चे को जाता है जिसने इतनी सी उम्र में वो कर दिखाया जो हममे से कुछ सिर्फ सोचते रहे जाते हैं.
इस बच्चे ने बचपन में ही खड़ी की कंपनी , आज है करोड़ों का मालिक
किशोर आमतौर पर अपने स्कूली दिनों में काफी ज़्यादा ऊर्जा और उत्साह से भरे होते हैं. आज हम आपके साथ इस पोस्ट की मदद से तिलक मेहता की सफलता और प्रेरणादायी कहानी को कवर करेंगे. जुलाई 2018 में मुंबई के निवासी तिलक ने यह कंपनी शुरू की. जब उन्होंने ‘पेपर एन पार्सल’ के नाम से एक लॉजिस्टिक कंपनी शुरू की, तब वह एक 13 साल का लड़का था. आपको बताते हैं की कैसे तिलक के दिमाग में इस कंपनी को खोलने का ख्याल आया. आपको बता दे की एक बार जब तिलक अपनी किताबें शहर के दूसरे कोने में छोड़ आये थे तब उनके मन में यह ख्याल आया. आइये बताते हैं आपको कैसे.
इस प्रकार आया तिलक के मन में कंपनी खोलने का ख्याल
तिलक जब अपनी किताबें भूल आये और अगले दिन उनका टेस्ट था तो उन्होंने सोचा की जब पिताजी घर आएंगे तब उनके साथ जाकर वे किताब ले आएंगे. पर जब उनके पिता आये तो वे काफी ज़्यादा थके हुए थे और इस वजह से तिलक अपनी बात न रख सके. तब उनके मन में एक ऐसी कंपनी खोलने का ख्याल आया जो एक ही दिन में डिलीवरी करती है.
तब उन्होंने अपने पिता को अपना आईडिया सुनाया और पिता की मदद से कंपनी खड़ी की. उनकी कंपनी पेपर्स एंड पार्सेल्स का अपना ऍप भी है. और आप इसमें अपने पार्सल की ट्रैकिंग भी कर सकते हैं. आज यह कंपनी करीब २०० कर्मचारियों और ३०० डब्बावाला को रोज़गार दे रही है. और वे एक दिन में करीब १२०० डिलीवरी करते हैं. आज तिलक का बिज़नेस बहुत अच्छा चल रहा है और ये कई लोगों को रोज़गार दे रहा है.
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