ई श्रम कार्ड का यह उद्देश्य है की वह हमारे इस भारत देश के सभी ऐसे कामगार जो की असंगठित हैं , उनका एक केंद्रीकृत डेटाबेस तैयार करना है । इसमें प्रवासी श्रमिक , निर्माण श्रमिक , प्लेटफार्म और गिग श्रमिक , घरेलू कामगार , फेरीवाले , श्रमिक , कृषक आदि सभी तरह के लोग शामिल हैं , जिन्हे की उन्हें उनको आधार कार्ड के द्वारा जोड़ा जाएगा । अयोध्या नगरी के प्रदेश यानी की उत्तर प्रदेश की सरकार ने की योगी सरकार ने डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा श्रमिकों को भरण के साथ साथ पोषण का भी भत्ता प्रदान किया है । लखनऊ के लोक भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे की प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी शामिल थे और उन्होंने इस योजना के पहले चरण में एक – एक हजार रुपए धनराशि के रूप में उन श्रमिको के खातों में ट्रांसफर कराए थे जो किसी न किसी वजह से असंगठित हैं । यह धनराशि उन सभी श्रमिक भाइयों के खातों में भेजी गई है जिन्होंने कि अपना रजिस्ट्रेशन समय रहते 31 दिसंबर तक ई श्रम पोर्टल पर करा लिया था ।
*धनराशि पाने वाले श्रमिको की गिनती है 1.5 करोड़ से ज्यादा ।*
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यंथ जो की भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं उन्होंने और उनकी सरकार ने इस कोरोना महामारी को और उसकी तीसरी लहर के आने की आशंका को ध्यान में रखा और ऐसे श्रमिक जो की असंघाटित क्षेत्र से ताल्लुक रखते है , उनके भरण पोषण भत्ता को देने का किया था ।
इसी के साथ साथ सोमवार को मुख्य मंत्री योगी ने इस योजना के तहत उसके पहले चरण में प्रदेश के डेढ़ करोड़ कामगारों को उनके खातों में एक एक हजार रुपयों की धनराशि ट्रांसफर कराई ।
5.9 करोड़ से ज्यादा श्रमिक उत्तर प्रदेश में है रजिस्टर्ड
दिसंबर से मार्च महीने के दौरान जो कि 4 माह का समय दिखाई पड़ता है इसके बीच ही 500- 500 रुपए प्रतिमाह भत्ता दिए जाएंगे ।
इनकी एक एक हजार रुपयों की दो किश्ते जारी होंगी ।
वर्तमान में उत्तर प्रदेश के कुल कामगारों की संख्या 5 करोड़ 90 लाख से ज्यादा हैं जो की पंजीकृत हैं । अभी ये पैसे उनके प्रदेश के श्रमिको को सिर्फ और सिर्फ उत्तर प्रदेश की सरकार ने भेजे हैं बाकी किसी प्रदेश ने अभी रुपए नही आए हैं ।
लेकिन हम आपको यही कहना चाहते हैं की यदि अपने अभी तक ऐसा नहीं किया की अपने पंजीकरण नहीं कराया है वह जल्द से जल्द इस काम को कराए और कार्ड के साथ आने वाले लाभों का फायदा उठाएं ।