ज़्यादातर लोग पुलिसकर्मियों को पसंद नहीं करते और उनकी अपने मन में एक गलत छवि बना कर चलते हैं| क्योंकि ये मानव का स्वभाव है की अगर कोई उनका कुछ बुरा करता है तो वे उस पूरे समुदाय को ही बुरा समझने लगते हैं, और दूसरों से चर्चा करते समय भी उनकी गलत छवि बना कर ही उनके बारे में बात करते हैं| लेकिन आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आपकी भी आँखों में आंसू आ जायेंगे, और आपको यह यकीन हो जाएगा की आज भी इंसानियत ज़िंदा है| जो काम इस पुलिसकर्मी ने किया है वह काबिले-तारीफ है, और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करता है|
पुलिस कर्मी का ऐसा रूप शायद ही देखा हो किसीने, आईये जानते हैं पूरा किस्सा
बात नागपुर की है, जहां सीताबर्डी इलाके में ट्रैफिक जोन के एक हवलदार ने रोहित खडसे नाम के एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर का चालान काट दिया था| दरअसल रोहित ने अपना ऑटो नो पार्किंग जोन में खड़ा किया था जिसके बाद ट्रैफिक हवलदार ने रोहित पर 2000 रूपये का जुरमाना लगाया| जुरमाना लगाने के साथ इन्होने रोहित का ऑटो भी अपने हवाले में ले लिया था| रोहित पर यही नहीं अन्य भी कई चालान पेंडिंग थे| तो जब रोहित ये जुरमाना चुकाने गया, तो उसे और जुर्माने चुकाने के लिए भी बोला गया|
नहीं थे पैसे तो बेटे का गुल्लक लेकर पहुंचा रोहित जुरमाना भरने
रोहित की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसीलिए जब उन्होंने पुराने चालान चुकाने के लिए कहा तो रोहित घर लौट आया और इतने पैसे न होने की वजह से बेटे का गुल्लक लेकर परिवार सहित पुलिस स्टेशन पहुंचा| रोहित को बच्चे का गुल्लक लाता देख ट्रैफिक जोन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर को उनपर बहुत दया आयी| और जो जुरमाना भरने के लिए रोहित ने बच्चे के गुल्लक से पैसे दिए थे वो उन्होंने उसी बच्चे को वापिस कर दिए और खुद अपनी जेब से रोहित का जुरमाना भर उसका ऑटो छुड़वाया|
सीनियर इंस्पेक्टर की इस दरियादिली के लिए उनके पूरे स्टाफ ने उनकी खूब प्रशंसा की, रोहित ने भी उनका बहुत बहुत धन्यवाद करा| यह खबर तब सामने आयी जब खुद नागपुर पुलिस स्टाफ ने इस बात का खुलासा सोशल मीडिया पर किया| इस सीनियर इंस्पेक्टर को सभी दिल से दुआएं दे रहे हैं, और उनके इस नेक काम की प्रशंसा कर रहे हैं|